आज दिनांक 05
अप्रैल 2022 को केंद्रीय विद्यालय हमीरपुर में “पुस्तकोपहार दिवस”
के अवसर पर छात्र-छात्राओं ने सैकड़ों पुस्तकों का आदान-प्रदान किया |
इस दौरान बच्चों
ने अपनी पुरानी पाठ्य पुस्तकों एवं सामान्य पुस्तकों को नए छात्र-छात्राओं के लिए उपहार स्वरुप दिया एवं
विद्यालय परिवार के सहयोग से इन पुस्तकों को नए बच्चों तक पहुँचाने में दानवीरों
की मदद की | जहाँ पुस्तकों की
भारी भरकम कीमतें एवं ऊपर से एक चिन्हित स्थान से पुस्तकें खरीदने का दबाव अक्षर
कुछ विद्यालयों द्वारा डाला जाता है वहीँ इस तरह की पहल छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों के लिए किसी राहत से कम
नहीं है | इस अवसर पर
विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और पर्यावरण को बचाने की अपील
की | कार्यक्रम के
संयोजक एवं पुस्तकालयाध्यक्ष श्री केशव राम शर्मा ने छात्र-छात्राओं के इस कार्य की सराहना की | साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों एवं मित्र के
जन्म दिन पर अन्य उपहार न देकर अगर कोई अच्छी पुस्तक उपहार में दी जावे तो आमुक
पुस्तक उपहार प्राप्त करने वाले की सम्पूर्ण जिंदगी बदलने की क्षमता रखती है |
विद्यालय के
प्राचार्य श्री सुनील चौहान ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चे पर्यावरण
सरंक्षण के प्रति जागरूक होंगें तथा बच्चों में सहयोग की भावना विकसित होगी | उन्होंने बच्चों एवं अभिभावकों का इस कार्यक्रम
को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया |
उन्होंने यह भी
कहा की पुस्तक दान सर्वोत्तम दान होता है जो अज्ञान को भगाता है | दान देने वाले छात्र-छात्राओं को उन्होंने “दानवीर एवं पर्यावरण प्रहरी”
कहकर संबोधित
किया | उन्होंने इस बात
पर भी बल दिया कि दान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को जरूरतमंद न कहकर उन्हें “जागरूक” कहना ज्यादा उचित होगा क्योंकि ये बच्चे सही
मायने में पर्यावरण संरक्षण के सच्चे सिपाही हैं |
जिन छात्र-छात्राओं ने पुस्तक दान में अहम् योगदान दिया
उनके नाम इस प्रकार से हैं तरुण,
आरुषी, पियूष, सृष्टि, पलक, रिद्धिमा कौंडल, सिमरन, साबिया, उदय, पियूष कपूर, अकांक्षा, नताशा, वैभव, आदित्य देव, मोहित, रिद्धिमा, मिशेल, अनन्या, पारुल, श्रद्धा, अक्षरा, आरिफ, सुकृति, आयुषी, जाह्न्वी, प्राची ठाकुर, सर्वेश, रिया, सयाना, अंतरा, अभिनव, आयुष्मान, वैद्हवी, ऋषिता, वंश रांणा, पारुल शर्मा, निलेश चंदेल इत्यादि |
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